पीईटी साइक्लोट्रॉन किरणपुंज (बीम) सुविधा | |||||
एक अत्याधुनिक एसटी-ई-खोज पीईटी स्कैनर एवं पीईटी ट्रेस, 16.5 एमईवी साइक्लोट्रॉन, जिसके साथ विकिरण परीक्षणों हेतु एक बाहरी बीम है, यहां संस्थान में संस्थापित किया गया है तथा शीघ्र ही काम करना शुरू कर देगा। इसके प्रमुख अनुप्रयोग रेडियोभेषज के विकास में और साथ ही एनबीसी तथा अर्बुदविज्ञान में मूल एवं अनुप्रयुक्त नैदानिक अनुसंधान होंगे। यह तंत्रिका-बोध विज्ञान, औषध विकास, अर्बुदविज्ञान तथा दैहिकी अध्ययन के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए डीआरडीओ की आयुर्विज्ञान प्रयोगशालाओं के साथ एक केंद्रीय सुविधा होगी। इस संबंध में विभिन्न शिक्षण संस्थाओं और बहु-विशेषज्ञता चिकित्सा केंद्रों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं तथा कुछ अन्य के साथ प्रक्रियाधीन हैं। | |||||
डिस्कवरी एसटीई-पीईटी/सीटी स्कैनर एवं पीईटी-ट्रेस ठोस लक्ष्य किरणन के लिए पीटीएस के साथ स्थापित बाहरी बीम सुविधा सहित | |||||
प्रवाह कोशिकामापी | |||||
इनमास में एक बहु-लेसर प्रवाहमापी (मै. बेक्टन डिकिन्सन, यूएसए से एलएसआर-।।) संस्थापित किया गया है। यह उपकरण यूवी लेसर (350 एनएम), ब्लू लाइन लेसर (488 एनएम) तथा एक डायोड लेसर (630 एनएम) उत्तेजन के साथ ऑफर करता है तथा 10 प्राचलकों (2 स्कैटर और 8 कलर) तक विश्लेषण में सहायक होता है।
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अग्रगत अंकीय विकिरण चिकित्सा विज्ञान अस्थि घनत्वमापी | |||||
अस्थि सुषिरता विश्वव्यापी एक प्रमुख लोक स्वास्थ्य समस्या है। युगल ऊर्जा एक्स-रे (डीईएक्सए) द्वारा अस्थि क्रमवीक्षण श्रेष्ठ मानक है। इनमास में एक अग्रगत अंकीय विकिरण चिकित्सा विज्ञान अस्थि घनत्वमापी संस्थापित किया गया है। यह अस्थि शक्ति आकलन हेतु एक आदर्श प्रणाली है। अस्थि आकलन विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा की गई अस्थि सुषिरता की परिभाषा पर आधारित है। | |||||
एनएमआर स्पेक्ट्रममापी | |||||
इनमास में अपवाद रूप से आवश्यक आयुर्विज्ञान अनुप्रयोगों हेतु 400 एमएचजैड नाभिकीय चुंबकीय अनुनाद स्पेक्ट्रममापी संस्थापित किया गया है। इन आयुर्विज्ञान अनुप्रयोगों में संरचनात्मक प्रोटीन विज्ञान, संरचनात्मक चयापचय विज्ञान, उच्च-संवेश प्रवाह क्रमवीक्षण, स्थानिक वियोजित स्पेक्ट्रम विज्ञान सम्मिलित हैं। एनएमआर मशीन की सहायता से वैज्ञानिक नई औषधियां तथा टीके तैयार करने हेतु घोल में ओलिगोपेप्टाइड्स तथा अन्य अणुओं के प्रतिबिम्ब तैयार कर सकेंगे। इनमास के संकाय तथा छात्रों के अतिरिक्त इस मशीन का उपयोग सहयोगी विश्वविद्यालयों और संस्थाओं के अनुसंधानकर्ताओं द्वारा भी अनुसंधान कार्य के लिए किया जाएगा। | |||||
3 टेसला मानव एमआरआई प्रणाली एनएमआर अनुसंधान केंद्र में हाल ही में अत्याधुनिक 3 टेसला मानव एमआरआई प्रणाली संस्थापित की गई है। इसकी बहु-चैनल सक्षमताओं और टीआईएम प्रौद्योगिकी से एसएनआर में कई गुना सुधार हुआ है तथा अल्पतर अवधि में उच्च वियोजन प्रतिबिम्बन संभव हो सका है। टीआईएम प्रौद्योगिकी तथा उच्च वियोजन सक्षमताओं ने एमआर स्पेक्ट्रम विज्ञान, सम्पूर्ण देह विसरण, आप्लावन, विसरण क्षेत्रलेखाचित्रण, गतिमय प्रतिबिम्बन का मार्ग प्रशस्त किया है तथा कुडली बदले बिना सम्पूर्ण देह विपर्यास वर्द्धित वाहिकालेखाचित्रण संभव बनाया है। जीव एमआर सुविधा हाल ही में अत्याधुनिक 7 टेसला लघु जीव एनएमआर प्रतिबिम्बन सुविधा संस्थापित की गई है। यह विकिरण अपघात और संरक्षण के विशेष संदर्भ में डीआरडीओं के लिए प्रासंगिक तथा संस्थान के प्रणोद क्षेत्रों में अग्रगत जैवचिकित्सा अनुसंधान सुसाध्य बनाएगा। यह सुविधा उच्च तुंगता, बोधशील कार्यों, कृषि विज्ञान, औषधि डिजाइन तथा निकास प्रणालियों के क्षेत्रों में कार्यरत अन्य राष्ट्रीय जैवचिकित्सा प्रयोगशालाओं के लिए भी उपयोगी होगी। यह अंकित कोशिकाओ की खोज और जीन्स तथा औषधियों के अनुवीक्षण के माध्यम से औषधियों की निकास तकनीकों के इष्टतमीकरण द्वारा स्तंभ कोशिका प्रौद्योगिकी में अनुसंधान सुसाध्य बनाएगी, जिससे कैंसर थेरैपी और जीन थेरैपी में मदद मिलेगी। एनएमआर स्पेक्ट्रमिकी (1एच, 13सी, 19एफ एवं 31पी) से स्वास्थ्य और रोग में ऊर्जा चयापचय के बारे में सूचना उपलब्ध कराएगी। लघु जीवों पर निष्पादित नियंत्रित परीक्षणों से हम दबाव के प्रति प्रमस्तिष्कीय प्रतिक्रिया के पीछे छिपे तंत्र को समझने में समर्थ होंगे। इस प्रकार हम तंत्रिकासंरक्षण हेतु भिन्न रणनीतियों का सत्यापन कर सकेंगे तथा भिन्न प्रकार के दबावों में काम करने वाले रक्षा कार्मिकों की स्थिति बेहतर समझी जा सकेगी। स्पेक्ट सीटी इनमास के नाभिकीय औषधि विभाग में एक सीमेन्स सिम्बिया टी2, ट्रू प्वाइंट स्पेक्ट-सीटी प्रणाली है, जो एक युगल-खोजी परिवर्तनीय कोण गामा कैमरा है, जिसमें आणविक प्रतिबिम्बन डेटा के द्रुत, सटीक क्षीणन सुधार और सूक्ष्म स्थानिककरण के लिए अभीष्ट सीटी स्कैनर लगा है। इनमास में गामा कैमरा का उपयोग नैदानिक रोगनिदान प्रक्रियाओं के साथ भेषजलेखचित्रण हेतु व्यापक रूप से किया जा रहा है। संकाय का उपयोग इनमास औषधि विकास कार्यक्रम के अधीन 30 से अधिक पावन औषध नुस्खों के लिए किया गया है। इनमें उच्च तुंगता संबंधित चिकित्सा समस्याओं हेतु नुस्खे, एनबीसी प्रभावनाशक तथा एलआईसी चिकित्सा प्रबंधन हेतु औषधि नुस्खे शामिल हैं। मेट्रोहम स्वचलित विभवमितीय अनुमापित्र सभी प्रकार के अनुमापन हेतु, विभव में परिवर्तन मापता है, जैसे कि:
इसका उपयोग स्थायित्व स्थिरांक, पीकेए तथा एमआर/पीईटी हेतु विरचना/वियोजन स्थिरांक की गणना के लिए तथा विसंदूषण अनुप्रयोगों हेतु किया जा सकता है। गामा किरणन हेतु टेली-कोबाल्ट सुविधा (भाभाट्रोन-।।) इनमास में एक नई टेली-कोबाल्ट मशीन (भाभाट्रोन-।।) संस्थापित की गई है। (भाभाट्रोन-।।) में कोबाल्ट-60 गामा विकिरण स्रोत के रूप में मौजूद है। यह टेली-कोबाल्ट मशीन परीक्षणात्मक जीवों तथा कोशिका संवर्धन के गामा किरणन के लिए उपलब्ध प्रमुख विकिरण सुविधाओं में एक है। वर्तमान समय में, इसका उपयोग इनमास में विकिरण प्रत्युपायों के विकास के संबंध में चल रहे विभिन्न अनुसंधान कार्यक्रमो के अधीन विकिरणजैविक अध्ययनों हेतु व्यापक रूप से किया जा रहा है। विशेषताएं: विकिरण का प्रकार: गामा विकिरण (स्रोत कोबाल्ट - 60) यूवी - दृश्य स्पेक्ट्रममिति संयुग्मित प्रणालियों हेतु भिन्न स्तरों के बीच इलेक्ट्रॉनिक संक्रमण पर आधारित एक तकनीक है। यह लैम्बर्ट बीयर के नियम पर काम करती है। इसका उपयोग अवशोषण/प्रेषण अध्ययनों के लिए तथा भिन्न धातु सम्मिश्रों के गतिक मापन हेतु किया जा सकता है। एफटी-आईआर (इन्फ्रा रेड स्पेक्ट्रममिति) अणुओं में परमाणुओं की कम्पन गति पर आधारित एक तकनीक है। यह अणु में कुछ विशिष्ट कार्य-समूहों की पुष्टि करती है।फ्लोरकेम ® एफसी प्रतिबिम्बन प्रणाली एक शक्तिशाली वैज्ञानिक प्रतिबिम्बन प्रणाली है, जिसमें प्रदीप्ति और रासायनिक संदीप्ति नमूनों का उपयोग किया जाता है। 1.92 मेगापिक्सल कैमरा से सज्जित फ्लोरकेम एफसी2 अनेक प्रकार के कार्य कर सकती है तथा बहुप्रयोजनीय प्रतिबिम्बन प्रणाली की गुणवत्ता प्रदान करती है। | |||||
नग्न चूहा सुविधा | |||||
नग्न चूहा आनुवंशिक रूप से तैयार किया गया एक चूहा है, जो थाइमस विहीन (अथाइमिक) होता है तथा जिसकी त्वचा पर बाल नहीं होते हैं। थाइमस के अभाव में “टी” कोशिकाएं (लसीकाणुओं का एक प्रकार) नहीं बनती हैं। “टी” कोशिकाओं के अभाव में “नग्न” चूहा अन्य प्रजातियों से कोशिकाओं के प्रत्यारोपण अथवा व्रण को अस्वीकार नहीं कर सकता है। यह कैंसर और प्रतिरक्षी अनुसंधान में बहुत उपयोगी है। “नग्न” एक अलिंगसूत्री अप्रभावी जीन, दो प्रतियों में मौजूद होने पर नग्न लक्षण पैदा करता है। यह क्रोमोसोम सं. 21 पर एक्सोन 7 को समाप्त कर पैदा किया जाता है, जो थाइमस उत्पत्ति घटक (टीजीएफ-7) को अनुलेखित करता है। यह जन्म के 21 दिन के भीतर चूहे के थाइमस हटाकर आसानी से पैदा किया जा सकता है। इनमास ने “नग्न” चूहा अनुरक्षित करने के लिए परीक्षण जीव सुविधा में एक विशेष प्रकोष्ठ विकसित किया है। |