नाभिकीय औषधि तथा संबद्ध विज्ञान संस्थान (इनमास) की स्थापना 1956 में भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के कहने पर रक्षा विज्ञान प्रयोगशाला, दिल्ली में एक विकिरण प्रकोष्ठ के रूप में शांतिपूर्ण उद्देश्यों हेतु परमाणु ऊर्जा का उपयोग करने के लिए की गई थी।
इनमास शुरुआत से ही विकिरण और इमेजिंग विज्ञान के क्षेत्रों में अकादमिक विकास के साथ हमेशा अग्रणी रहा है। 1962 में काफी पहले दिल्ली विश्वविद्यालय के तत्वावधान में शुरू किया गया पाठ्यक्रम दुनिया में अपनी तरह का पहला पाठ्यक्रम था जो अब तक चला आ रहा है। वर्तमान में रेडियोलॉजी में डीएनबी कोर्स और दिल्ली विश्वविद्यालय में विभिन्न पाठ्यक्रमों में अतिथि शिक्षण, उन अतिरिक्त शैक्षणिक गतिविधियों में शामिल हैं, जिनमें संस्थान सम्मिलित है।