आर. एडम एन के रामनरसिंह को वर्ष का वैज्ञानिक 1983 पुरस्कार
1983 के लिए श्री डीजीएल चंद्र राव को सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक पुरस्कार
1987 के लिए सीडीआर के. जानकी रमन आई.एन. को सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक पुरस्कार
वर्ष 1993 के लिए श्री जी सत्यनारयण राव, श्री डी.रामचंद्र राजू और श्री योगेश्वर राव को प्रधानमंत्री का श्रम शक्ति पुरस्कार
डा. वी भुजंगराव, वैज्ञानिक ’एफ’ को 1995 के दौरान वर्ष का डीआरडीओ वैज्ञानिक पुरस्कार
श्री एसवी रंगराजन, वैज्ञानिक ’ई’ और उनके दल के 9 सदस्यों को जहाज के लिए नियंत्रण कक्ष सिमूलेटर के अत्याधुनिक मशीनरी के विकास में योगदान के लिए डीआरडीओ प्रौद्योगिकी पुरस्कार
श्री देबाशीष चक्रवर्ती, वैज्ञानिक ’एफ’ और उनके 15 सदस्यीय दल को विस्फोटक और विस्फोटक प्रक्षेपकों के प्रयोग/मरम्मत के विकास के योगदान के लिए 1997 में डीआरडीओ प्रौद्योगिकी पुरस्कार
श्री आर. रामचंद्र राव को अत्यधुनिक बारुदी सुरंग के स्वदेशी विकास के लिए वर्ष 1996 के दौरान प्रधानमंत्री का श्रम वीर पुरस्कार
श्री एस. वीरभद्रिया, वैज्ञानिक ’एफ’ और उनके 6 सदस्यीय दल को प्रोसेसर आधारित भूमिगत बारुदी सुरंग (पीबीजीएम) के विकास में उनके योगदान के लिए वर्ष 2000 के दौरान डीआरडीओ प्रोद्योगिकी पुरस्कार
श्री पीवी योगी, वैज्ञानिक ’एफ’ और उनके 9 सदस्यीय दल को उन्नत विस्फोटक प्रयोग के सफलतापूर्वक समापन के लिए 2002 के दौरान अग्नि पुरस्कार
श्री एसवी रंगराजन, वैज्ञानिक ’एफ’ को पहले स्वदेशी भारी विस्फोटक के डिजाइन में उनके उत्कृष्ठ योगदान के लिए वर्ष 2002 का वर्ष का सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक का पुरस्कार दिया गया।
श्री सी. केदारनाथ, वैज्ञानिक, 'डी' को इस देश में जल के भीतर शस्त्र अनुप्रयोग के लिए ठोस अधिक गति और उच्च शक्ति वाले सुपरसोनिक टरबाइन के विकास में समर्पित कार्य और नवीन अन्वेषण के लिए ’वर्ष 2003 का युवा वैज्ञानिक का पुरस्कार’ दिया गया।
आर एडम एस. महापात्र, एनएसटी एल के भूतपूर्व निदेशक को वर्ष 2003 के लिए वर्ष का सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक के लिए चुना गया।
श्री चौ. भुजंगराव, वैज्ञानिक 'सी' को वर्ष 2004 में विस्फोटक के लिए इंबेडेड प्रणाली और एफसीएस परियोजनाओं पर कार्य के लिए ’युवा वैज्ञानिक पुरस्कार’ दिया गया।
डा. वी. भुजंगराव और उनके दल को वर्ष 2004 में आत्म निर्भरता में उत्कृष्टता के लिए के लिए ’अग्नि पुरस्कार’ दिया गया।
श्री एस. श्रीधरन, प्रबंध निदेशक (मैसर्स एचईबी लिमिटेड) को वर्ष 2004 में एनएसटीएल द्वारा प्रत्यायजित ’रक्षा प्रौद्योगिकी आमेलन पुरस्कार’ से नवाजा गया
डा. वी. भुजंगराव वैज्ञानिक ’ई’ और उनके दो सदस्यों को 1991 में गैस टरबाइन दोलन में उनेक योगदान के लिए डीआरडीओ प्रौद्योगिकी पुरस्कार प्रदान किया गया डा. वी. भुजंगराव वैज्ञानिक ’जी’ को फेलो ऑफ इंडियन नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग 2000 से सम्मानित किया गया।