नौसेना विज्ञान तकनीकी प्रयोगशाला (एनएसटीएल), विशाखापट्टनम 20 अगस्त 1969 को अस्तित्व में आई। कमोडोर केआर रमानाथ (बाद में रियर एडमिरल) प्रयोगशाला के संस्थापक निदेशक थे। वह डीआरडीओ मुख्यालय में नौसेना विज्ञान और प्रौद्योगिकी (डीएनएसटी) के निदेशक भी थे।
प्रयोगशाला ने नौसेना डॉकयार्ड, विशाखापत्तनम में पीओएल स्टोर्स से कार्य शुरू किया। प्रयोगशाला को 05 सितंबर 1969 को आंध्र विश्वविद्यालय में एक युद्ध बैरक में स्थानांतरित किया गया था और प्रयोगशाला का आधिकारिक उद्घाटन श्री लंकापल्ली बुल्लाय, आंध्र विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति द्वारा 04 अप्रैल, 1970 को किया गया। यह प्रयोगशाला आंध्र विश्वविद्यालय परिसर में लगभग ढाई वर्षों तक काम करती रही और बाद में विशाखापत्तनम के किर्लामपुड़ी लेआउट में किराए के आवास में चली गई।
02 मार्च, 1974 को रक्षा मंत्री के तत्कालीन वैज्ञानिक सलाहकार, डॉ बी डी नागचौधरी द्वारा एनएसटीएल के मुख्य भवन के निर्माण की आधारशिला रखी गई। इस बीच 10,000 वर्ग फुट क्षेत्र के अस्थायी शेड के निर्माण के लिए एक अलग मंजूरी जारी की गई थी और प्रयोगशाला को अपने किराए के आवास से इस अस्थायी शेड में स्थानांतरित कर दिया गया। विशाखापत्तनम शहर से एनएसटीएल के अपने परिसर में शिफ्टिंग सितंबर 1975 से दिसंबर 1975 के बीच पूरी हुई।