वीआरडीई, अहमदनगर
अभय वाहनों के लिए स्वायत्त पारेषण, अंतिम ड्राइव एवं ब्रेक प्रणाली के विकास के लिए बातचीत हो रही है।
शोध एवं विकास(अभियंत्रिकी), पुणे
ब्रिज लेयर टैंक-बीएलटी 72 एवं बीएलटी अर्जुन के लिए चेसिस एवं मोयरवाहन प्रणाली में संबद्ध
डीआरडीएल, हैदराबाद
अक्षय, त्रिशूल एवं नाग मिसाइलों (आईजीएमडीपी) के लिए वाहक वाहनों के विकास के लिए डीआरडीएल से बातचीत कर रहे हैं।
एमबीटी अर्जुन के विकास के लिए निम्न प्रयोगशालाओं ने योगदान किया हैः
एआरडीई, आईआरडीई, एचईएमआरएल, सीएफईईएस, डीएमआरएल, डीएलजे, डीएमएसआरडीई