गैस टरबाइन रिसर्च सेंटर (जीटीआरई) की स्थापना 8 इंजीनियरों/वैज्ञानिकों और लगभग 20 तकनीशियनों के साथ 1959 में नं. 4 बीआरडी एयर फोर्स स्टेशन, कानपुर में हुई थी। 1961 में पहले 1000 किलो…
अधिक जानिएऐरो गैस टरबाइन के अभिकल्पन तथा संबद्ध प्रौद्योगिकियों के विकास हेतु एक उत्कृष्टता केंद्र बनना।
रक्षा बलों के लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों, अत्याधुनिक ऐरो गैस टरबाइन इंजनों और उनके व्युत्पन्नों का अभिकल्पन, विकास और समेकन।
गैस टरबाइन अनुसंधान स्थापना (जी टी आर ई) रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के अधीन एक अग्रणी अनुसंधान तथा विकास संगठन है। इस स्थापना का मुख्य चार्टर सैन्य अनुप्रयोगों के लिए गैस टरबाइन इंजनों का अभिकल्पन तथा विकास एवं गैस टरबाइन उप-प्रणालियों के क्षेत्र में उन्नत अनुसंधान कार्यों को करना है। इसके अतिरिक्त, इस स्थापना ने संघटकों तथा पूर्ण स्केल इंजन विकास के लिए अपेक्षित अभिकलनात्मक, आद्यप्ररूप विनिर्माण तथा प्रशिक्षण सुविधाओं को स्थापित किया है। इस स्थापना में विज्ञान तथा अभियांत्रिकी के विभिन्न संकायों जिनमें वैमानिकी, यांत्रिकी, इलेक्ट्रॉनिकी, कंप्यूटर विज्ञान, पदार्थ विज्ञान, अनुप्रयुक्त गणित आदि तथा अन्य सहायक सेवाएं शामिल हैं, से संबंधित 1200 से भी अधिक कार्मिकों की एक सशक्त टीम काम कर रही है।