डीआईपीआर,दिल्ली और वैज्ञानिक विश्लेषण समूह (एसएजी) दिल्ली ने संयुक्त रूप से वर्ष2014के लिए डीआरडीओ टाइटेनियम ट्रॉफी के विजेता रहे हैं।
संस्थान ने सशस्त्र बलों के अधिकारी और अन्य रैंक/एयरमैन/नाविकों की चयन प्रणाली के विकास में उत्कृष्ट योगदान दिया है। स्व-सहायता पुस्तिकाओं और कर्मियों के प्रशिक्षण के माध्यम से विभिन्न भौतिक और सामाजिक-सांस्कृतिक वातावरणों के साथ ही सैनिकों को परिचालन दक्षता और प्रभावशीलता को अनुकूलित करने के लिए आवश्यक मनोवैज्ञानिक आदानों से लैस करने में योगदान दिया है। अनुसंधान सहायता को विभिन्न अर्धसैनिक बलों और नागरिक संगठनों के लिए भी विस्तारित किया गया है। संस्थान को भारत सरकार के माननीय रक्षा मंत्री द्वारा डीआरडीओ की 'टाइटेनियम ट्राफी -2014' से सम्मानित किया गया है।
माननीय रक्षा मंत्री श्री मनोहर पर्रिकर से प्राप्त टाइटेनियम ट्राफी प्राप्त करते हुए निदेशक डीआईपीआर के साथ निदेशक एसएजी
डीआईपीआर के डॉ. उपदेश कुमार, वैज्ञानिक 'जी', को हाल ही में 14 नवंबर, 2015 को भारत सरकार के माननीय रक्षामंत्री द्वारा वर्ष का वैज्ञानिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
डीआरडीओ निदेशक कॉनक्लेव 2015, एनएसटीएल,विशाखापत्तनम में पुरस्कार समारोह
डॉ. के. रामचंद्रन,वैज्ञानिक'जी'और उनकी टीम को डीआरडीओ'आत्म निर्भरता2015में उत्कृष्टता के लिए अग्नि पुरस्कार'प्रदान किया गया
हाल ही में, डॉ. के. रामचंद्रन, बैज्ञानिक 'जी' और उनकी टीम को भारत सरकार के माननीय रक्षामंत्री द्वारा 'आत्म-निर्भरता 2015 में उत्कृष्टता के लिए अग्नि पुरस्कार' प्रदान किया गया है।
माननीय रक्षा मंत्री श्री अरुण जेटली से आत्मनिर्भरता में उत्कृष्टता के लिए अग्नि पुरस्कार प्राप्त करते हुए डीआईपीआर के निदेशक,डॉ. के रामचंद्रन।