रक्षा सामग्री एवं भंडार अनुसंधान तथा विकास स्थापना (डीएमएसआरडीई) की शुरूआत वर्ष 1929 में हार्नेस एंड सैडलेरी फैक्टरी, कानपुर में सामान्य भंडार निरीक्षणालय के रूप में हुई थी। तब से, समय के मांग के अनुरूप इसका टीडीईएस, डीआरएल (एस), और डीआरएल (एम) के रूप में सामान्य रूपांतरण होता रहा है और यह 1958 में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के गठन पर यह संगठन का एक हिस्सा बन गया है। रक्षा सामग्री एवं भंडार अनुसंधान तथा विकास की इसके वर्तमान स्वरूप में स्थापना 1976 में तीन स्थापनाओं अर्थात, भूतपूर्व रक्षा अनुसंधान प्रयोगशाला (सामग्री), वस्त्र एवं भंडार अनुसंधान एवं विकास स्थापना और रक्षा भंडार परिरक्षण और पैकेजिंग संस्थान का विलय करके की गई थी।