प्रतिष्ठान के कर्तव्यों का घोषणापत्र भी संशोधित किया गया जिसमें हैवी ड्रॉपिंग प्रणाली, ब्रेक पैराशूट प्रणाली और टोवेड टारगेट प्रणाली का विकास शामिल था। इस प्रकार, लैब जो कपड़ा और वस्त्र तथा सामान्य स्टोर ग्रुप के दो छोटे अनुभागों के रूप में शुरू हुई, वह डीआरडीओ के तहत कई परिवर्तन और विस्तार के बाद एक परिपक्व और आर एंड डी प्रतिष्ठान में बदल गई।
1980 के दशक में डीआरडीओ के पुनरुत्थान के दौरान, इस प्रतिष्ठान की गतिविधियों की समीक्षा की गई और एडीआरडीई को एयरोनॉटिक्स के निदेशालय के तहत लाया गया। इसके साथ, एडीआरडीए की गतिविधियों को और बढ़ाया गया ताकि एयरक्राफ्ट अरेस्टर बैरियर, एयर कुशन वाहन और बलून प्रौद्योगिकी जैसे कार्यक्रमों को शामिल किया जा सके। पिछले दो दशकों के दौरान एडीआरडीए ने कई परियोजनाओं पर काम किया जिसमें पैराट्रूपर के पैराशूट प्रणाली, कार्गो और भारी उपकरण छोड़ने वाली प्रणालियों, एयरक्राफ्ट ब्रेक पैराशूट प्रणाली, आर्ममेंट डिलीवरी पैराशूट, रिकवरी पैराशूट प्रणाली, बैलून बैराज और निगरानी प्रणाली, छोटे और मध्यम श्रेणी की क्षमताओं के एयरोस्टेट और हाल ही में वायुयान और संबंधित अनुप्रयोग शामिल हैं।
एडीआरडीई एक आईएसओ 9001: 2015 प्रमाणित प्रयोगशाला है। यह प्रतिष्ठान अत्याधुनिक प्रणालियों के विकास के द्वारा रेक्षा सेवाओं और अंतरिक्ष संगठनों की लगातार बढ़ती आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अच्छा कार्य कर रहा है। एडीआरडीई ने राष्ट्र को समर्पित अपनी 50 साल की शानदार सेवा के संदर्भ में 20.01.2019 को स्वर्ण जयंती मनाई।