मानव संसाधन विकास निदेशालय (डीएचआरडी) के बारे में
मानव संसाधन विकास निदेशालय (एचआरडी) डीआरडीओ में मानव संसाधन की योजना और प्रबंधन का निदेशालय है। इसमें भर्ती, कैरियर प्रगति और जनशक्ति की गुणवत्ता में सुधार के संबंध में नीतियां तैयार करना सम्मिलित है। डीएचआरडी व्यवस्थित योजना के माध्यम से डीआरडीओ प्रयोगशालाओं और स्थापना को जनशक्ति और वाहन प्राधिकृति भी देता है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
मानव संसाधन विकास (एचआरडी) कर्मचारियों को अपने व्यक्तिगत और संगठनात्मक कौशल, ज्ञान और क्षमताओं को विकसित करने में मदद करने का ढांचा है। सबसे बेहतर कार्यबल विकसित करने पर ध्यान केंद्रण करना है, ताकि संगठन और व्यक्तिगत कर्मचारी अपने लक्ष्यों को पूरा कर सकें। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन, रक्षा मंत्रालय का एक प्रमुख संगठन होने के नाते, रक्षा बलों के लिए विश्व स्तरीय हथियार प्रणाली के डिजाइन और विकास के लिए विभिन्न परियोजनाओं को शुरू करने की दिशा में काम कर रहा है। यह संगठन जिसमें 49 प्रयोगशालाओं/स्थापनाओं और 27 इकाइयां हैं और उनमें उच्च अर्हता प्राप्त लगभग 7000 वैज्ञानिक और लगभग 13000 तकनीकी एवं 12000 गैर-तकनीकी स्टाफ/ अधिकारियों मौजूद हैं के माध्यम से विज्ञान और प्रौद्योगिकी की अपनी गतिविधियां चला रहा है। सितंबर 1989 में संगठन के विकास के लिए जनशक्ति के प्रबंधन के लिए एक एकीकृत मानव संसाधन नीति तैयार करने के उद्देश्य से, जनशक्ति और विकास निदेशालय (डीएमपीडी)) का गठन किया गया था। बाद में अगस्त 2002 में इस निदेशालय का मानव संसाधन विकास निदेशालय के रूप में फिर से नाम दिया गया।