राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों में आत्मनिर्भरता का अनुसरण करते हुए, राष्ट्र की रक्षा के लिए डीआरडीओ आवश्यक विभिन्न प्रणालियों, उप-प्रणालियों, उपकरणों एवं उत्पादों के वैज्ञानिक अनुसंधान, डिजाइन, विकास, परीक्षण एवं मूल्यांकन के कार्यक्रमों का निर्माण और क्रियान्वयन करता है। डीआरडीओ उच्च योग्यता वाले एवं सक्षम वैज्ञानिकों तथा प्रौद्योगिकीविदों को नियुक्त करता है जो रक्षा अनुसंधान एवं विकास सेवा (डीआरडीएस) के रूप में जानी जाने वाले ग्रुप 'ए' (क्लास I गजेटिड) सेवा का गठन करते हैं। 7वें केंद्रीय वेतन आयोग के अनुसार डीआरडीएस के वैज्ञानिकों की परिलब्धियां भारतीय रूपये में नीचे दी गई हैं:

ग्रेडवेतन मैट्रिक्स में स्तरवेतन मैट्रिक्स में प्रारंभिक वेतन (रू. में)
वैज्ञानिक 'बी'स्तर 1056,100/-
वैज्ञानिक 'सी'स्तर 1167,700/-
वैज्ञानिक'डी'स्तर 1278,800/-
वैज्ञानिक 'ई'स्तर 131,23,100/-
वैज्ञानिक 'एफ'स्तर 13A1,31,100/-
वैज्ञानिक 'जी'स्तर 141,44,200/-
वैज्ञानिक 'एच' (उत्कृष्ट वैज्ञानिक)स्तर 151,82,200/-
प्रतिष्ठित वैज्ञानिक (डीएस)स्तर 162,05,400/-
सचिव, रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग तथा अध्यक्ष, डीआरडीओस्तर 172,25,000/-

डीआरडीएस की प्रमुख विशेषताएं

डीआरडीओ न केवल रोजगार प्रदान करता है, बल्कि मानव संसाधन विकास पर भी जोर देता है। डीआरडीओ, पुणे एवं मसूरी में स्थित स्वयं के प्रशिक्षण संस्थानों पर अपने कर्मियों को प्रशिक्षित करता है तथा उच्च शैक्षणिक योग्यता प्राप्त करने हेतु प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों अर्थात आईआईटी, आईआईएससी बैंगलोर आदि में भी प्रशिक्षण देता है। प्रशिक्षण / पेपर्स / विशिष्ट असाइनमेंट के प्रस्तुतीकरण के लिए विदेशी प्रतिनियुक्ति के अवसर भी उत्पन्न होते हैं।

डीआरडीओ अपने वैज्ञानिकों के कैरियर की प्रगति का अत्यधिक ध्यान रखता है तथा वैज्ञानिक 'एच' के स्तर तक लचीली पूरकीकरण योजना (एफसीएस) के अंतर्गत एक योग्यता आधारित पदोन्नति योजना संचालित करता है, जिसका तात्पर्य है कि मूल्यांकन बोर्ड / पीयर कमेटी में प्रत्येक पदोन्नति, विशुद्ध रूप से वैज्ञानिक के योग्यता के मूलतत्व पर आधारित होती है।

मूलभूत वेतन के अलावा, केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों के लिए स्वीकार्यता के अनुरूप, डीआरडीएस के सभी वैज्ञानिक सरकारी आवास तथा अन्य भत्तों जैसे कि डीए, यात्रा भत्ता एवं इस पर डीए की अनुपलब्धता की स्थिति में मूलभूत वेतन के 24% तक के हाउस रेंट अलाउंस के हकदार हैं।

पीसी / हाउस बिल्डिंग हेतु लीव ट्रैवल कंसेशन, मेडिकल सुविधाएं, अग्रिम जैसी सुविधाएं भी स्वीकार्य हैं। वार्षिक रूप से रु. 22,500/- (वैज्ञानिक 'बी', 'सी' एवं 'डी' हेतु), रु. 45,000/- (वैज्ञानिक 'ई' एवं वैज्ञानिक 'एफ' हेतु) और रु. 67,500/- (वैज्ञानिक जी हेतु) का व्यावसायिक अद्यतन भत्ता तथा समाचार पत्रों / पीरीओडिकल्स पर व्यय की प्रतिपूर्ति भी प्रासंगिक नियमों के प्रावधानों के अनुसार स्वीकार्य है।

उच्च योग्यता एवं प्रशिक्षण हेतु सुविधा

डीआरडीओ न केवल रोजगार प्रदान करता है, बल्कि मानव संसाधन विकास पर भी जोर देता है। डीआरडीओ, पुणे (डीआईएटी) एवं मसूरी (आईटीएम) में स्थित प्रशिक्षण संस्थानों पर अपने कर्मियों को प्रशिक्षित करता है तथा उच्च शैक्षणिक योग्यता प्राप्त करने हेतु प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों अर्थात आईआईटी, आईआईएससी बैंगलोर आदि में भी प्रशिक्षण देता है। प्रशिक्षण / पेपर्स / विशिष्ट असाइनमेंट के प्रस्तुतीकरण के लिए विदेशी प्रतिनियुक्ति के अवसर भी उत्पन्न होते हैं।

डी आर डी ओ में वैज्ञानिकों की भर्ती:

डी आर डी ओ का 'भर्ती एवं मूल्यांतकन केन्द्र' विभिन्नस भर्ती कार्यक्रमों के तहत रक्षा अनुसंधान एवं विकास की विभिन्नज प्रयोगशालाओं के लिए विज्ञान एवं इंजीनियरिेग की विविध शाखाओं में प्रतिवर्ष वैज्ञानिकों का प्रवेश सुनिश्च्ति करता है. अधिक जानकारी के लिए देखें : https://rac.gov.inExternal website that opens in a new window

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