कास्टिंग प्रौद्योगिकी में डीएमआरएल की निवेश विशेषता के कारण ही बिजली उत्पादन (बीएचईएल और एनटीपीसी) के लिए भूमि आधारित टर्बाइन में प्रयोग किए जाने वाले बड़े आकार के ब्लेड के निर्माण के लिए एक सिविलियन स्पिन-ऑफ हुआ है। एनटीपीसी द्वारा देश में कई गैस-आधारित बिजली संयंत्रों का संचालन किया जा रहा है और ओवरहालिंग के दौरान खराब / क्षतिग्रस्त ब्लेडों को बदलने के लिए गैस टरबाइन इंजनों के ब्लेड का आयात काफी अधिक लागत पर किया जा रहा है। कैड मॉडल की सहायता से मोम पैटर्न इंजेक्शन डाई को बनाया गया है और संकल्पित किया गया है। प्रथम श्रेणी की कास्टिंग का निर्माण करना काफी चुनौतीपूर्ण है क्योंकि 3 किलो का व्यक्तिगत ब्लेड अब तक बने हुए कावेरी एयरो-इंजन ब्लेड (200-300 ग्राम) की तुलना में बहुत भारी है। हालांकि, एयरो-इंजन ब्लेड की उपलब्ध विशेषज्ञता के साथ प्रक्रिया के मापदंडों को अनुकूल कर कई तकनीकी कठिनाइयों को पूरा कर लिया है। एक इंजन सेट, जिसमें 125 संख्या में IN738 मिश्रधातु ब्लेड सम्मिलित थे, को 60 प्रतिशत की स्वीकार्य उपज के साथ उत्पादित किया गया था और एनटीपीसी को सौंप दिया गया था। यह रक्षा के लिए विकसित की गयी प्रौद्योगिकी के नागरिक स्पिन-ऑफ लाभ का एक बेहद शानदार उदाहरण है।
डीएमआरएल ने उथली गैस टरबाइन इंजन घटकों के उत्पादन के लिए अत्यधिक सघन, एयरोफॉयल आकार के, निसादित सिलिका कोर बनाने के लिए प्रसंस्करण प्रौद्योगिकी का विकास किया है। यह गैस टरबाइन इंजन विकास कार्यक्रम में महत्वपूर्ण सामग्री प्रसंस्करण तकनीकों में से एक प्रौद्योगिकी है। लगातार किए जा रहे शोध और विकास के प्रयासों के माध्यम से, सिरेमिक इंजेक्शन मोल्डिंग (सीआईएम) पर आधारित एक व्यवहार्य प्रक्रिया सफलतापूर्वक विकसित की गई है। प्रक्रिया की क्षमता को अत्यधिक जटिल और सघन सिरेमिक कोर की कठोर आयामी आवश्यकताओं की पूर्ति करने के द्वारा प्रदर्शित किया गया है। इस प्रक्रिया का प्रयोग कावेरी इंजन और भूमि आधारित गैस टरबाइन के टरबाइन ब्लेड और वैन के उत्पादन के लिए सिलिका कोर बनाने के लिए किया जाता है। इस प्रक्रिया को सिंगल क्रिस्टल एयरोफॉयल कास्टिंग के उत्पादन के लिए आवश्यक एल्यूमिना कोर तैयार करने के लिए भी प्रयोग में लाया जा रहा है।