दृष्टि
राष्ट्र की सुरक्षा हेतु नौसेना की भावी जरूरतों को सहायता प्रदान करने के लिए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्व स्तरीय शैक्षणिक अनुसंधान सहित एक संगठन बनना।
ध्येय
नौसेना के लिए संभावित प्रयोज्य ज्ञान-केंद्र बनाने और विकसित करने के लिए, विशेष रूप से शैक्षणिक संस्थानों में, उभरती प्रतिभाओं को सक्षम और समर्थित करके, हमारी भावी नौसेना के संबंद्ध, बोर्ड के प्रासंगिक वैज्ञानिक विषयों में बुनियादी और अनुप्रयुक्त अनुसंधान को प्रोत्साहित और वित्त पोषित करना।
चार्टर
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के नौसेना अनुसंधान बोर्ड (एनआरबी) की स्थापना सितंबर, 1996 में नौसेना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से संबंधित ज्ञान केंद्र को सशक्त तथा मजबूत बनाने के लिए की गई थी। एनआरबी में अनुसंधान,वित्त पोषण और परियोजना निष्पादन के लिए एक लचीला दृष्टिकोण विद्यमान है। बोर्ड ने वैज्ञानिक प्रतिभा का पोषण करने के लिए देश में सभी आईआईटी,विश्वविद्यालयों, उच्च प्रौद्योगिकी संस्थानों, कॉलेजों तथा अन्य अनुसंधान केंद्रों में अनुसंधान केंद्र का निर्माण करने के लिए एक अनुदान योजना को आरंभ किया है।
सात विशेषज्ञ पैनलों के माध्यम से योजना का समन्वय किया जा रहा है:-
- सामग्रियां (एमएटी)
- द्रवगति विज्ञान (एचवाईडीआरओ)
- सोनार और सिग्नल व्यवहार (एसएसबी)
- महासागरीय वातावरण (ओई)
- वैज्ञानिक गणना (एससी)
- समुद्री प्रणालियां (एमएआर)
- हाइड्रो-वाइब्रो-एकोस्टिक्स (एचवीए)