वर्तमान निर्माण अंतरिक्ष वाहनों का उच्च निष्पादन पर्यावरण वास्तविक वायु यानों में परीक्षण करने से पूर्व एक नियंत्रित एवं समुनूरूप पर्यावरण में समान दबावों का परीक्षण करने के लिए जीवन सहायक प्रौद्योगिकियों को अनिवार्य बनाता है। यह उच्च निष्पादन सक्रिय परीक्षण अपकेंद्र की आवश्यकता को अनिवार्य बनाता है, जिस पर जीवन सहायक प्रणालियों को मापा जा सकता है और क्रियाशील दशा में उनका परीक्षण किया जा सकता है।
उच्च निष्पादन सक्रिय परीक्षण अपकेंद्र का विनिर्माण डीईबीईएल विनिर्देशनों पर किया गया है। इसमें जीवन सहायक प्रणालियों को प्रचालन दशा में परीक्षण करने और आंकड़ों को ऑन-लाइन देखने, 10 जी/सेकं. अधि. की एक आरंभिक स्थापना दर पर अधि. सामथ्र्य 20 जी पीक, पूर्णतः कम्प्यूटरीकृत, अधि. पेलोड 25 कि.ग्रा., ’ +’ अथवा ’-’ एक्स, वाई या जेड एक्सेज में पेलोड मापने के विकल्प जैसे प्रावधान हैं। इसमें वायवीय आपूर्ति है जो रोटरी ज्वाइंट के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है और डीसी ऊर्जा है जो स्लिप रिंग्स से उपलब्ध होती है तथा इसमें जी-सिग्नेचर के साथ 15 चैनल डाटा का अनुवीक्षण करने के लिए ऑन-लाइन वायर-लेस भी है। विनिर्देशन में समस्त संभव सुरक्षा उपायों को सम्मिलित किया गया है।
यह 200 मी. की गहराई तक जल से भरे तथा दबावयुक्त एक बर्तन में उपकरणनुमा प्रतिरूप प्रणाली की सहायता से पनडुब्बी निकास सेट की कार्यप्रणाली के आकलन को सक्षम बनाता है।
इस निकास सेट में वायु मिश्रण का इस्तेमाल करते हुए श्वसन अनुक्रम को चैंबर में अनुरूपता प्रदान की जाती है तथा पनडुब्बी कर्मचारियों द्वारा श्वसन उपकरणों से विभिन्न माप की गहराइयों में जो वायु छोड़ी जाती है, उसका विश्लेषण ट्राइमिक्स वायु विश्लेषक में किया जाता है।
पनडुब्बी कर्मचारी की आरोही दर सुनिश्चित करने का प्रावधान भी इस परीक्षण सुविधा में उपलब्ध कराया गया है।
विमानन पर्यावरण अत्यंत ऊंचाई में विमान-चालकों का प्रदर्शन करता है। भारतीय मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम एक वास्तविकता के साथ वास्तविक निर्वात के पर्यावरण संबंध की एक सच्चाई बन चुका है। इस प्रकार जिन जीवन सहायक प्रौद्योगिकियों का विकास हो रहा है, समुचित क्षमताओं वाले एक उच्च ऊंचाई वाले प्रकोष्ठ में उनका परीक्षण किया जाना आवश्यक है।
उच्च ऊंचाई प्रकोष्ठ डीईबीईएल विनिर्देशनों पर विनिर्माण के अंतर्गत है। यह मानव मूल्यांकन पर आधारित होगा तथा इसे पीवीएचओ मानकों के अनुरूप निर्मित किया जा रहा है। इसे इस तरह से अभिकल्पित किया गया है कि इसकी सहायता से किसी भी जीवन सहायक उपकरण का आंकड़ों के ऑन-लाइन अनुवीक्षण के साथ क्रियात्मक दशा में परीक्षण किया जा सकता है।
इसमें बैठने की जो व्यवस्था है उसमें मुख्य प्रकोष्ठ में 4 तथा सहायक प्रकोष्ठों में 2 व्यक्ति बैठ सकते हैं। मुख्य तथा सहायक प्रकोष्ठों की अधिकतम ऊंचाई क्रमशः 50000 फुट तथा 100000 फुट एएमएसएल है। इन दोनों के कार्य एक-दूसरे से अलग हैं। यहां प्रत्येक प्रकोष्ठ के लिए वायवीय संपीडि़त वायु तथा प्राणवायु आपूर्ति है। इसमें < 2 सेकंड में 8000 फुट से 23000 फुट अथवा 21000 फुट से 50000 फुट तक एएमएसएल तीव्र असंपीड़न का प्रावधान है। यहां 5.5 पीएसआई के बारे में एक दिए गए दबाव अंतर के अंदर किसी भी ऊंचाई से आरडी विन्यस्त करने का भी एक प्रावधान है।
यह परीक्षण सुविधा ऑन-बोर्ड प्राणवायु उत्पादक प्रणाली (ओबीओजीएस) के क्रियात्मक मूल्यांकन तथा योग्यता हेतु अभिकल्पित है। इसमें भूतल और कृत्रिम उच्च ऊंचाई परीक्षणों का संचालन करने की क्षमता है। यह आवश्यक वायवीय तथा इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रणों के साथ दो उच्च प्रवाह रोटरी वैक्यूम पंपों से जुड़े हुए वैक्यूम प्रकोष्ठ से समाविष्ट है। क्रियात्मक परीक्षण जिन्हें इस सुविधा पर विभिन्न कृत्रिम दशाओं के अंतर्गत प्रणाली के प्रदर्शनार्थ संचालित किया जाता है, वे कार्य, प्रचालनात्मक निष्पादन तथा सुरक्षा के संदर्भ में संपूर्ण अभिकल्पना विनिर्देशन आवश्यकता के अनुरूप होते हैं।
पुलआउट परीक्षण साज-समान : परीक्षक की अभिकल्पना क्यूडीसी के वायुयान भाग से सीट भाग पृथक करने के लिए सकारात्मक तालाबंदी और तालाखोल बल हेतु क्यूडीसी का परीक्षण करने वास्ते की गई है, जो आसन निष्कासन के दौरान घटित होता है। क्यूडीसी वायुयान भाग रिसाव पर उपलब्ध सतही जोड़ में आरोपित है तथा आसन भाग की डोरी तार ऊपरी जोड़ हुक में लगी हुई है, जो भार प्रकोष्ठ से जुड़ी हुई है। भार प्रकोष्ठ में शीर्ष पर पकड़ी जा सकनेवाली, क्यूडीसी के वियोजन के दौरान अधिकतम भार का अभिलेखन करने की सुविधा है। परीक्षक का चल शीर्ष पाया एक ऐसी मोटर के द्वारा ऊपर तथा नीचे चलता है जिसकी गति का नियंत्रण एक तनाव नापी यंत्री के माध्यम से किया जाता है।
वायवीय परीक्षण साज-समान: वायवीय परीक्षण रिसाव को क्यूडीसी की अपनी स्वीकृति एवं योग्यता हेतु निष्पादन मूल्यांकन का संचालन करने के लिए अभिकल्पित किया गया है। इसमें क्यूडीसी के विभिन्न परीक्षणों हेतु आवश्यक यंत्रीकरण के साथ दबाव तथा प्रवाह नियंत्रक लगे हैं। इसमें स्राव, प्रवाह और दबाव पतन परीक्षणों का संचालन करने की क्षमता है।
डीओआर के क्रियात्मक परीक्षणों का संचालन इस परीक्षण साज-समान में किया जाता है, जिसका निर्माण एक उच्च ऊंचाई प्रकोष्ठ के चारों ओर किया गया है। रिसाव विशिष्ट रूप से विभिन्न ऊंचाइयों पर डीओआर में उत्पन्न सकारात्मक दबाव तथा तीव्र विसंपीड़न परिदृश्यों की कृत्रिमता हेतु उपयुक्त है। परीक्षण के अंतर्गत इकाई को उच्च ऊंचाई प्रकोष्ठ में आरोपित किया जाता है तथा डीओआर के क्यूटीपी प्रलेख के अनुसार परीक्षण संचालित करने के लिए अपेक्षित वायवीय सर्किट संयोजनों को प्राप्त करने हेतु समुचित छिद्र संयोजनों का चुनाव किया जाता है। अपेक्षित दबावों और प्रवाहों को दबाव नियामकों एवं प्रवाह नियंत्रण छिद्रों तथा विभिन्न व्यावहारिकताओं के माध्यम से अनुप्रयुक्त किया जाता है और स्राव दरों का अभिलेखन प्रवाह मीटरों, दबाव गेजज की सहायता से किया जाता है। उच्च ऊंचाई प्रकोष्ठ अधिकतम 60000 फुट एएमएसएल को अनुरूपता सिद्ध करता है।
इस वायवीय आधारित परीक्षण रिसाव में ज्वारीय ध्वनि निर्धारित करने के लिए एक विकल्प के साथ प्रेरणाओं की विभिन्न दरें उत्पन्न करने का एक प्रावधान है। यह श्वसन प्रणालियों और एसेंबलियों के सहनशीलता परीक्षण में पूर्ण रूप से सहायक है।
स्वचालित श्वसन अनुरूपक एक ऐसा उपकरण है, जिसका प्रयोग मानवीय श्वसन क्रिया अनुरूपण के लिए होता है। यह दागरहित इस्पात बेलो से समाविष्ट है जो विस्थापन नियंत्रण के अंतर्गत एक सहायक वायवीय प्रणाली द्वारा निर्धारित है। इससे अपेक्षित है कि यह स्थिति मांग तंरगप्रारूपों का अनुसरण करे, जो वायु प्रवाह/श्वसन पाश्र्वचित्र उत्पन्न करे तथा इसका नियंत्रण एक विस्तृत जुड़ाव के द्वारा एक पीसी तक अंतःस्थापित एक कम्प्यूटर कार्यक्रम से होता है। एक वायवीय निर्धारक अग्र वायु/प्राणवायु संपन्न वायु के साथ बेलो एसेंबली 2 से 1200एमबीएआर पूर्ण दबावों के मध्य मिश्रित है। यह 50,000 फुट एएमएसएल तक की ऊंचाई सहित एक ऊंचाई प्रकोष्ठ के अंदर स्थापित करने के लिए उपयुक्त है। विभिन्न श्वसन तंरगप्रारूपों को विभिन्न सुसंगत प्राचलों जैसे प्रवाह, ज्वारीय ध्वनि, विस्तार प्रति मिनट, शीर्ष प्रवाह, प्रवाह परिवर्तन दर इत्यादि के नियंत्रण तथा अनुवीक्षण की सुविधा के साथ उत्पन्न किया जा सकता है। बेलोज एसेंबली को प्रकोष्ठ के बाहर अवस्थित अनुवीक्षण प्रणाली के साथ एक ऊंचाई वाले प्रकोष्ठ के अंदर अवस्थित किया जा सकता है।
यह एक स्थैतिक परीक्षण साज-समान से समाविष्ट है, जिसमें जी-निरोधी वाल्व पर बढ़नेवाले भारण को बहु भारणों के रूप में अधिरोपित किया जाता है तथा बाह्य दबाव का अध्ययन साज-समान में किया जाता है। इसका प्रयोग स्राव को मापने के लिए भी किया जाता है।
लघु परीक्षण अपकेंद्र अब तक जी-निरोधी वाल्व परीक्षण की रीढ़ रही है। यह एक लघु लेकिन कम्प्यूटर नियंत्रित अपकेंद्र है जिसका तात्पर्य न्यून वजनी भारों को बढ़ाने से है। इसमें सम्पीडित गैस आपूर्ति के लिए एक रोटरी वायवीय जोड़ तथा ऑन-लाइन आंकड़ा अधिग्रहण है। यह अनिवार्य रूप से जी-निरोधी वाल्व के सक्रिय निष्पादन का परीक्षण करता है।
परीक्षण साज-समान की अभिकल्पना तथा विकास उच्च दबाव प्राणवायु प्रणाली के वायवीय निष्पादन परीक्षणों के संचालन के लिए किया गया है। परीक्षण साज-समान को एक इलेक्ट्रॉनिक मापांक के साथ भी जोड़ा गया है ताकि यह परीक्षणांतर्गत इकाई से वैद्युत संकेत का प्रयोग करते हुए उत्पन्न सिलिंडर इत्यादि में प्राणवायु अंश से संबंधित विभिन्न चेतावनियों के संकेत दे सके। परीक्षण साज-समान पर लगाए गए समस्त प्रवाहमान मीटरों को लंबवत पैनल पर आरोपित किया गया है तथा नियंत्रण वाल्वों और दबाव संकेतकों को क्षैतिज पैनल पर स्थापित किया गया है। परीक्षणांतर्गत इकाई की स्थापना परीक्षण साज-समाज के कोने द्वारा उपलब्ध कराए गए मंच पर की जाएगी।
पीईसी पर क्रियात्मक परीक्षणों का संचालन दो पृथक परीक्षण साज-समान पर किया जाता है। एक है उछाल संभारण संयोजकों के मध्य खुले हुए बल तथा वैद्युत निरंतरता के मूल्यांकन हेतु और दूसरा है स्राव परीक्षणों के संचालनार्थ। पहले में उत्क्षेपण स्थान पृथक्करण अनुपूरण के लिए डीओआर-एजीवी अंतःस्थापन के साथ एक पीईसी परीक्षण खंड है। खुले हुए बल का मापन एक भार प्रकोष्ठ की सहायता से परीक्षण खंड पर पीईसी को जोड़ने तथा परीक्षण खंड में मूलस को धकेलने द्वारा किया जाता है। खुले हुए बल का अध्ययन पढ़ लिए गए भार प्रकोष्ठ से प्रत्यक्ष रूप से किया जा सकता है। वैद्युत संयोजकों के मध्य की निरंतरता का अध्ययन परीक्षण साज-समान से जुड़े प्रदर्शन से किया जा सकता है।
द्वितीय परीक्षण साज-समाज स्रावों के मापन के लिए है, जिसका निर्माण एक बंद स्राव कक्ष के चारों ओर किया गया है। परीक्षणांतर्गत इकाई की स्थापना आवश्यक वायवीय संयोजन बनाने के उपरान्त कक्ष के अंदर की जाती है। इस हेतु दबाव नियामकों के माध्यम से अपेक्षित दबाव डाला जाता है तथा प्रवाहमान मीटरों की सहायता से स्राव दरों का अभिलेखन किया जाता है।
इस परीक्षण साज-समान का निर्माण डीईबीईएल द्वारा अभिकल्पित तथा विकसित पीपीओ2 प्राणवायु संवेदक (ओएस) के परीक्षण के लिए किया गया है। यह विभिन्न प्राणवायु संकेन्द्रण वायु मिश्रणों को उत्पन्न करता है तथा ओएस द्वारा संवेदन की पहचान करने के लिए ओएस तापक तापमानों का विभाजन करता है। परीक्षण साज-समान डीईबीईएल के प्रगति अधीन कार्यक्रम में अत्यधिक सहायक बन चुका है।
यह आईएलएसएस के व्यापक परीक्षणार्थ एक परीक्षण साज-समान है। आईएलएसएस के समस्त एलआरयू को एक परीक्षण मंच पर आरोपित किया जाता है, जो परीक्षण प्रतिरूप के जी-निरोधी सूट और प्राणवायु मुखौटे के लिए आपूरित बाह्य वायु के साथ अपेक्षित वायवीय प्रणाली सहित संयोजित है तथा तद्नुसार परीक्षित है। इसके साथ श्वसन अनुरूपक भी संयोजित है। इस परीक्षण साज-समान में सामान्य क्रियाओं के साथ-साथ विफल दशाओं को उत्पन्न किया जाता है तथा प्रणाली का पूर्ण क्रियात्मक क्षमताओं हेतु परीक्षण किया जाता है।
ईसीयू परीक्षण साज-समान का प्रयोग विभिन्न निवेशों, मॉनीटर निर्गमों के अनुरूपण के लिए तथा सामान्य प्रयोगशाला परीक्षणों के दौरान के साथ-साथ ईएसएस परीक्षणों के दौरान के क्रियात्मक विनिर्देशनों के सत्यापन के लिए किया जाता है। परीक्षण साज-समान को शेल्फ से अलग उपलब्ध यूएसबी मापंकों और एक अनुप्रयोग विशिष्ट हार्डवेयर मापांक के साथ एक औद्योगिक पीसी का प्रयोग करते हुए कार्यान्वित किया जाता है। विभिन्न ईसीयू आई/ओसेयर को पैच पैनल/टर्मिनल बॉक्स के पास लाया जाता है, जिसके माध्यम से संकेत अनुवीक्षण/व्यवधान संभव है। ईसीयू परीक्षण साज-समान की प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
तापीय भारात्मक विश्लेषक (टीजीए) एक विश्लेषात्मक उपकरण है, जिसका प्रयोग नियंत्रित वातावरण में वस्त्रों, रबरों, यौगिकों, प्लास्टिक इत्यादि के ताप अपकर्ष के निर्धारण के लिए किया जाता है। प्रतिदर्श के समूह में परिवर्तन का अध्ययन तब किया जाता है जब प्रतिदर्श या तो रेखीय अथवा समतापीय नियंत्रित तापमान कार्यक्रम रैंप के अधीन होता है।
टीजीए सहज रूप से मात्रात्मक है इसीलिए यह एक अत्यंत शक्तिशाील ताप तकनीक है। टीजीए का प्रयोग मुख्यतः ताप स्थिरता निर्धारण, सामग्री निरूपण, मिश्रणों एवं गतिक तथा संक्षारण अध्ययन के विश्लेषण के लिए किया जाता है।
अंतर अवलोकन उष्मामिति, सूक्ष्मदर्शी के साथ मिलकर एक नियंत्रित वातावरण में समय (अथवा तापमान) के एक कार्य के रूप में सामग्रियों के परिवर्तनकाल के साथ संबद्ध होकर तापमानों तथा ताप प्रवाहों का मापन करती है। सूक्ष्मदर्शी, उपकरण के साथ मिलकर ऐसे ऑनलाइन दृश्यमान परिवर्तन उपलब्ध कराते हैं जो सामग्री के परिवर्तनकाल के दौरान घटित होते हैं।
डीएससी-एम का प्रयोग शीशा परिवर्तनकाल तापमान, रवाकरण/विगलन, विशिष्ट गर्मी, जारणकारी/ताप स्थिरता, प्रतिक्रिया गतिकों, शुद्धता हेतु किया जा सकता है।
सूक्ष्म संपुटीकरण रिएक्टर का प्रयोग चरण परिवर्तन सामग्री (पीसीएम) के लिए किया जाता है। सूक्ष्म कैप्स्यूल जिनमें पीसीएम का संपुटीकरण होता है उस कपड़े पर लेपित किया जाता है जो इस अनुप्रयोग को शरीर के निकट के तापमान के पास पाता है।
परमाणु भट्टी का प्रयोग उन सूक्ष्म कैप्स्यूल्स लेपित कपड़ों के विकास हेतु किया जाता है जिनमें चरण परिवर्तन सामग्रियां, मॉस्किटो रेपेलेंट्स, सीडब्ल्यू/बीडब्ल्यू परिशोधन अभिकर्ता होते हैं।
रोटरी वाष्पीकरण कारक का प्रयोग रसायन विज्ञान प्रयोगशालाओं में विलयनों के उबाल बिंदु के नीचे घटे हुए दबाव के अंतर्गत वाष्पीकरण द्वारा प्रतिदर्शों से उनके निपुण एवं मंद निराकरण हेतु किया जाता है। उपकरण, विलयन के उबाल बिंदु के बहुत नीचे उच्च उबाल विलयनों में विसर्जित तापीय अस्थिर विलेय का निराकरण तथा पृथक्करण करने में अत्यंत सहायक है।
रेडियो आवृत्ति (आरएफ) तड़तड़ाहट पतली फिल्मों के निक्षेपण के लिए एक भौतिक भाप निक्षेपण (पीवीडी) विधि है। इसमें एक ’’लक्ष्य’’ से बाहर निकलने वाली सामग्री सम्मिलित है, जो एक ’’सबस्ट्रेट’’ जैसे कि एक सिलिकन वेफर, शीशा, इत्यादि पर एक स्रोत है। इसके लाभ इस प्रकार हैं: (i)बहुपरती फिल्मों के सृजन तथा अपमिश्रण के लिए बहु लक्ष्यों का प्रयोग किया जा सकता है, (ii)प्रतिक्रियात्मक स्पटरिंग के माध्यम से मिश्रित सामग्रियों जैसे ऑक्साइड एवं नाइट्राइड की अस्थिरता। इसके अनुप्रयोग में सम्मिलित हैं: (i)पतली फिल्मों के रूप में संवेदक सामग्री की अस्थिरता, (ii)इलेक्ट्रोड्स तथा अन्य सेमीकंडक्टर उपकरणों के लिए धातु की पतली फिल्मों की अस्थिरता।
यह एएसटीएमई 1354/आईएसओ 5660 के अनुसार वस्त्रों तथा रबर प्रतिरूपों के ज्वलनशीलता व्यवहार के मूल्यांकन करने के ’प्राणवायु सेवन’ सिद्धांत पर कार्य करता है। 16 प्राचलों का कुल जो वस्त्रों/रबरों/पॉलीमर्स अथवा किसी अवयव संबंधी सामग्री के ज्वलनशील व्यवहार को प्रभावित करता है उसे प्राप्त किया जा सकता है।
परीक्षक ताप सुरक्षा की मात्रा का पूर्वानुमान एक एफआर कपड़े अथवा एक कपड़ों की एसेंबली के रूप में लगाता है, जब यह (एएसटीएम डी4108-87) के अनुसार एक चैंधियाती अग्नि के रूप में प्रकट होकर उपलब्ध होता है। द्वितीय डिग्री ज्वलनशीलता के प्रारंभिक कारण हेतु अपेक्षित समय उपरोक्त उपकरण से प्राप्त किया जा सकता है।
एएफटी 45° अग्नि प्रकोष्ठ स्वतः ही एएसटीएम डी 1230 के अनुसार नियंत्रित अग्नि-प्रहार दशाओं के अंतर्गत एक 45° कोण पर प्रज्वलित वस्त्र प्रतिदर्शों के अग्नि-विस्तार समय (ज्वलन की दर) का मापन करता है।
एलआईएफटी उपस्कर का प्रयोजन आईएसओ 1320 के अनुसार पॉलीमर्स, वस्त्रों, रबर तथा प्लास्टिक की ज्वलनशीलता की दर मापन हेतु होता है।
धूम्र परीक्षक का प्रयोजन धूम्र सघनता तथा अन्य संबंधित प्राचलों का मापन करना है।
एलओआई का प्रयोग एएसटीएम 2863 के अनुसार वस्त्रों और प्लास्टिक के दहन को बनाए रखने के लिए आवश्यक प्राणवायु की प्रमात्रा को मापने के लिए किया जाता है
एक उन्नत वैद्युत - ध्वनिक परीक्षण सुविधा का प्रयोजन प्राणवायु मुखौटों और हेल्मेटों में एकीकृत हो रहे माइक्रोफोन और इयरफोन का मूल्यांकन करना है। वैद्युत - ध्वनिक परीक्षण सुविधा नवोन्नत ब्रूल एवं केजेर उपकरणों से समाविष्ट है, जिसमें सिर और धड़ अनुरूपक, उत्पादक मापांक एलएएन-एक्सआई, विद्युत श्रव्य विस्तारक तथा नाड़ी वैद्युत-ध्वनिक सॉफ्टवेयर मापांक हैं।
सिर और धड़ अनुरूपक एक मुंह अनुरूपक तथा दो कान अनुरूपकों से समाविष्ट है। यह मानव सिर और धड़ के चारों ओर ध्वनिक क्षेत्र का अनुरूपण उपलब्ध कराता है। माइक्रोफोन तथा इयरफोन के निष्पादन प्राचल, जैसे कि निर्गत प्रत्युत्तर, आवृत्ति प्रत्युत्तर, कुल अनुकूल विरूपण तथा अवरोध वक्र, का मूल्यांकन भी किया जा सकता है। यह सुविधा ध्वनि विलगन विशेषताओं तथा पर्यावरणीय ध्वनि के अभिलेखन हेतु हवाईकर्मी हेल्मेटों तथा कर्ण प्रतिरक्षकों का मूल्यांकन करने में भी समर्थ है।
इस सुविधा का प्रयोग बम विस्फोट द्वारा लगे आघात लहर के कारण उत्पन्न चोटों का पूर्वानुमान और आकलन करने के लिए किया जाता है।
इसका तात्पर्य है कि इसका प्रयोग सुरंग विस्फोट तथा विस्फोट मलबे हेतु मानव प्रत्युत्तर प्रतिदर्श विकसित करने तथा विभिन्न सुरंग निरोधी रक्षात्मक उपकरणों के मूल्यांकन करने में किया जाए।
इसका प्रयोग उन विभिन्न अपुप्रयोगों हेतु भी किया जाएगा जिनमें विस्फोट के कारण उत्पन्न प्रभाव को परिमाणित करने तथा तदनुसार सुरक्षा प्रणाली को विकसित किए जाने की आवश्यकता होती है। डीईबीईएल के पास विस्फोट दबाव तरंग के अधीन विभिन्न सुरक्षात्मक संरचनाओं का अनुरूपण करने तथा श्रेष्ठ संरचनात्मक विकास हेतु संरचना क्षमता परीक्षण करने की विशेषज्ञता है।
यह पूरी तरह से पनडुब्बी निकास सेट हेतु एक डीईबीईएन अभिकल्पित परीक्षण साज-समान है। हीलियम/हेलिऑक्स सिलिंडरों के रिड्यूसर हेड का श्वसन बैग के साथ इसे एक साथ संयोजित करने द्वारा इसके निष्पादन हेतु परीक्षण किया जाता है।
दाबानुकूलित श्वसन प्राणवायु मुखौटा एक अनिवार्य हवाई कर्मी सुरक्षात्मक उपकरण है, जो वायुयान के श्वसन नियामक द्वारा उपलब्ध कराए गए हवाई कर्मी को श्वसन वायु प्रदान करता है। मुखौटा के लिए यह अनिवार्य स्थिति है कि इसमें श्वसन के लिए अतिरिक्त प्रतिरोध न डाला जाए अथवा यह स्राव का कारण हो सकता है। डीईबीईएल ने एक स्वचालित प्राणवायु मुखौटा परीक्षण साज-समान की अभिकल्पना की है, जो मुखौटे की इसकी समस्त वायवीय क्रियाओं के लिए परीक्षण कर सकता है। परीक्षण साज-समान में परनालिका वाल्वों के साथ विभिन्न प्रवाह तथा दबाव नियंत्रक हैं। इसमें एक डिजिटल संवेदक भी है।
परीक्षण साज-समान में प्राणवायु मुखौटे के विभिन्न आकारों का प्रबंध करने के लिए दो सिर आकृति हैं। एक बार मुखौटा सिर आकृति पर आरोपित हो जाता है तो कम्प्यूटर माउस के एक क्लिक द्वारा 5 मिनट के अंदर समस्त परीक्षण पूरे किए जा सकते हैं। परीक्षण परिणामों को एक ऐसे प्रारूप में प्रस्तुत किया जाता है जो इसकी तुलना निर्धारित मानकों के विरुद्ध करता है।
एक हवाई कर्मी हेल्मेट सिर की चोट की रोकथाम करने में अवश्य समर्थ होना चाहिए बशर्ते कि चोट का दबाव जीवन कारक हो। हेल्मेट सिर पर आरोपित वेगांतर की दुर्बलता को रोकने वाला होना चाहिए। दुर्बलता प्रभाव के विस्तार का मूल्यांकन करने के क्रम में यह परीक्षण साज-समान हेल्मेट धारित सिर आकृति पर ऐसा वेगांतर अधिरोपित करता है, जो 3-एक्सेस त्वरणमापी के साथ यंत्रारक्षित होता है।
परीक्षण साज-समान में एक मोटरचालित घिरनी है, एक खुली बांह है जो चुंबकीय सहायता से किनारे की पटरियों पर स्वतंत्र होकर चलती है, खुले वेग को मापने के लिए सामीप्य संवेदन का एक युग्म है तथा चुंबकीय आधार पर आरोपित एक समतल सन्दान है। प्रभाव वेग, ड्रॉप की ऊंचाई अथवा प्रभाव ऊर्जा के अनुसार जहां इसमें परिवर्तनकारी दबाव प्राचल सेट किए जा सकते हैं वहां यह पूरी तरह से स्वचालित है। स्खलित हो जाने पर कम्प्यूटर अन्य आंकड़ों के साथ प्रवेगमापी प्राचल प्राप्त करता है तथा उन्हें एक प्रतिवेदन प्रारूप में प्रस्तुत करता है।