1963 में स्थापित हुई और इसने सीसी अनुसंधान एवं विकास के प्रत्यक्ष नियंत्रण के तहत 1970 तक अनुसंधान एवं विकास मुख्यालय के निदेशालय के रूप में कार्य किया। 1975 तक गणित आधारित प्रयोगशाला। संचार उत्पाद विश्लेषण को शामिल करने के लिए वर्ष 1981 में चार्टर का विस्तार हुआ। ग्राहक आधार में रक्षा सेवाओं के साथ-साथ भारत सरकार के अभिकरण भी शामिल हैं।